10th class PSEB Hindi (हिंदी) Nov Bimonthly Sample Paper Fully Solved 2022

नवंबर परीक्षा 
कक्षा -दसवीं 
विषाय-हिंदी 

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समय -2 घंटे 

सूंदर लिखाई -2 अंक  
लिखित परीक्षा -38 अंक 

भाग -क 

ਸਰਕਾਰੀ ਨੌਕਰੀਆਂ ਦੀ ਜਾਣਕਾਰੀ

1निम्नलिखित बहु वैकल्पिक प्रश्नों के उत्तर दें:-

प्र 1 ‘हाथ’ शब्द का पर्यायवाची शब्द चुने
1. कर 
2. पानि 
3 हस्त
4. पूर्ववक्त सभी 
उत्तर -3 हस्त

प्र 2. शत्रु शब्द का पर्यायवाची शब्द चुने
1. दुश्मन
2  भूप
3  रजनी
4  मां
उत्तर -दुश्मन 

प्र 3 ‘हम राज्य लिए मरते हैं’ गीत में उर्मिला इसकी प्रशंसा कर रही है?
1 किसानों की
2  राजाओं की
3  रक्षकों की
4  बुद्धिमान ओं की
उत्तर – किसानों की

प्र 4 बुजुर्ग बसंती कहां रह रही थी?
1  छोटे से पुश्तैनी मकान में
2  महल में
3   झोपड़ी में
4  शहर में
उत्तर – छोटे से पुश्तैनी मकान में

2 निम्नलिखित पद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़ें और पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दें:-
उठो उठो लहरें कहती यह
 हम कूल विलोक ना पाए
 पर इस उमंग में बह गए
 नित आगे बढ़ती जाए

प्र 1  लहरें किस उमंग में आगे बढ़ती जाती है
1 किनारा पानी की उमंग में
2  पानी पाने की उम्मीद में
3  मिट्टी पाने की उमंग में
4  और सफलता पाने की उम्मीद में
उत्तर-किनारा पानी की उमंग में

प्र 2 प्रस्तुत पद्यांश में कुल शब्द का क्या अर्थ है
1  सुबह
2  किनारा
3 पानी
4  मिट्टी
उत्तर -किनारा

3. निम्नलिखित  वैकल्पिक प्रश्नों के उत्तर दें:-

प्र 1 दिल्ली दूर होना मुहावरे का क्या अर्थ है? 
1 अत्यधिक प्रयास करना
2  लक्ष्य की प्राप्ति में देरी होना
3  मार देना
4  बढ़-चढ़कर बातें करना
उत्तर -लक्ष्य की प्राप्ति में देरी होना

प्र 2  तू डाल डाल मैं पात पात लोग कृति का क्या अर्थ है?
1  किसी का उपकार करके उसे जताना नहीं चाहिए
2  नीरी  सिधाई से काम नहीं चलता
3 बार-बार समझाने पर भी जब कोई ना समझे और मनमानी करें तो उसे समझाना बेकार हो जाता है
4  विरोधी की चाल समझना/ अधिक चालाक होना
उत्तर -किसी का उपकार करके उसे जताना नहीं चाहिए

5 निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़ें और पूछे गए किन्ही तीन प्रश्नों के उत्तर दें

 सच्चरित्र दुनिया की समस्त संपत्तियों में श्रेष्ठ संपत्ति मानी गई है। पृथ्वी आकाश जल वायु और अग्नि पंच भूतों से बना मानव शरीर मौत के बाद समाप्त हो जाता है किंतु चरित्र का अस्तित्व बना रहता है।  बड़े-बड़े चरित्रवान ऋषि मुनि विद्वान महापुरुष आज इसका प्रमाण है।  आज भी श्री राम महात्मा बुध स्वामी विवेकानंद स्वामी दयानंद सरस्वती आज अनेक विभूतियां समाज में पूजनीय है।  यह अपने सच्चरित्र के द्वारा इतिहास और समाज को नई दिशा देने में सफल रहे हैं।  समाज में विद्या और धन के अर्जुन की अति आवश्यकता रहती है लंकापति रावण वेदों और शास्त्रों का महान ज्ञाता और अपार धन का स्वामी था, किंतु सीता हरण जैसे कुकृत्य के कारण उसे अपयश का सामना करना पड़ा।  आज युगो बीत जाने पर भी उसकी चरित्र हीनता के कारण उसके प्रति वर्ष पुतले बनाकर जलाए जाते हैं।  चरित्र हीनता को कोई भी पसंद नहीं करता।  ऐसा व्यक्ति आत्म शांति आत्म सम्मान और आत्म संतोष से सदैव वंचित रहता है।  वह कभी भी समाज में पूजनीय स्थान नहीं ग्रहण कर पाता।  जिस तरह पक्की ईट से पक्के भवन का निर्माण होता है।  उसी तरह सच्चरित्र से अच्छे समाज का निर्माण होता है।  सचित्र ही अच्छे समाज की नींव है। 

 प्रश्न1  दुनिया की समस्त संपत्तियों में किसे श्रेष्ठ माना गया है?
उत्तर -सच्चरित्र दुनिया की समस्त संपत्तियों में श्रेष्ठ संपत्ति मानी गई है।

 प्रश्न2  रावण को क्यों अपयश का सामना करना पड़ा?
उत्तर -किंतु सीता हरण जैसे कुकृत्य के कारण उसे अपयश का सामना करना पड़ा।

 प्रश्न 3 चरित्रहीन व्यक्ति सदैव किस से वंचित रहता है?
उत्तर – ऐसा व्यक्ति आत्म शांति आत्म सम्मान और आत्म संतोष से सदैव वंचित रहता है।

 प्रश्न4  श्रेष्ठ शब्द का अर्थ लिखें। 
उत्तर उत्तम 

 प्रश्न5  उपयुक्त गद्यांश का उचित शीर्षक लिखें। 
उत्तर -सचित्र ही अच्छे समाज की नींव है। 

6 निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दें:-

  1.  बाहर शब्द का विशेषण शब्द_____ है। ( रिक्त स्थान की पूर्ति कीजिए)
  2.  परिमाण ,परिणाम शब्दों के क्रम अनुसार अर्थ माप नतीजा है। ( हां अथवा नहीं)
    उत्तर -हां
  1.  वह निरंतर लगातार खेलता रहता है।  का शुद्ध वाक्य है- वह निरंतर खेलता रहता है। ( सही अथवा गलत)
      उत्तर- सही

7   प्र1 साधु ने राजे को कौन सी वास्तु दखाई ?
     उत्तर -साधु ने राजे को तावीज़ दिखाया
      प्र 2 साधु ने तवीज का प्रयोग किस पर किया?
      उत्तर :- साधु ने तावीज़ का प्रयोग कुत्ते पर किया। 

 भाग-ख़ 

2 निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्ही दो प्रश्नों के उत्तर 3 या 4 पंक्तियों में दीजिए

1.राजा का स्वास्थ्य क्यों बिगड़ता जा रहा था?
उत्तर :-राजा अपने राज्य में फैले भ्रष्टाचार से बहुत परेशान था। विशेषज्ञों ने भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिए एक बहुत बड़ी योजना तैयार कर के राजा के आगे रख दी थी। जिस को लागू करना बेहद मुश्किल था। सारी व्यवस्था उलट-पुलट हो जानी थी। जिससे और नई-नई कठिनाइयां पैदा हो सकती थी। इसीलिए भ्रष्टाचार का कोई हल ना दिखाई देने के कारण राजा चिंतित रहने लगा। और राजा का स्वास्थ्य बिगड़ने लगा। 

2. साधु ने ताबीज के क्या गुण बताएं?
उत्तर – साधु ने का बीज के गुण बताते हुए कहा कि उसने कई वर्षों के चिंतन के बाद इस ताबीज को बनाया है। यह मंत्रों से सिद्ध है। जिस आदमी की भुजा पर बांधा जाता है वह सदाचार के रास्ते पर चल पड़ता है। साधु ने इस ताबीज का प्रयोग एक कुत्ते पर भी किया था। यह ताबीज गले में बांधने से कुत्ता भी रोटी नहीं चुराता क्योंकि इस ताबीज में सदाचार के गुण निकलते हैं। जब किसी की आत्मा बेईमानी के स्वर निकालने लगती है इस तावीज की शक्ति आत्मा का गला घोट ती है और आदमी को ताबीज से ईमान के स्वर सुनाई पड़ते हैं। वह इन स्वरों को आत्मा की पुकार समझकर सदाचार की ओर प्रेरित होता है। 

3. बेटे ने पत्र में अपनी मां बसंती को क्या लिखा?
उत्तर -बेटे ने पत्र में अपनी मां बसंती को लिखा कि उसकी तरक्की हो गई है। कंपनी की ओर से उसे बहुत बड़ी कोठी रहने के लिए मिली है। अब उसे उसके पास आकर शहर में रहना पड़ेगा। वहां उसे कोई तकलीफ नहीं होगी। 

4 सांप को देखकर दिवाकर क्यों नहीं डरा? 
उत्तर -शहर में आने से पहले  दवाकर गावँ के सकूल में पढ़ता था । वहाँ उसने खेत में कई बार साँप और अन्य  जानवर को देखा था । उसके के लिए साँप को देखना कोई नई और डर वाली  बात नहीं थी । इसके साथ – साथ वह एक साहसी ,निडर और कर्मशील बालक था ।

3. निम्नलिखित प्रश्नों में से किसी एक प्रश्न का उत्तर 6 या 7 पंक्तियों में दीजिए:-

1. लघु कथा एहसास का उद्देश्य क्या है?
उत्तर -एहसास एक सामाजिक लघुकथा है। इसमें लेखिका ने एक बालक को श्री दीप चुनौतियों का सामना करते हुए दिखाया है। लेखिका प्राय यथार्थ की पोस्ट भूमि पर अपनी कहानी की रचना करती है। मानवता का समर्थन करना ही उसका प्रमुख उपदेश रहा है। उनकी लघुकथा एहसास शारीरिक चुनौतियों का सामना करने वाले बच्चे आत्मविश्वास जगाने वाली एक प्रेरणादायक लघु कथा है। लेखिका का का विचार है कि समाज में शारीरिक अक्षमता को किसी की कमी ना समझ कर उसका हौसला बढ़ाना चाहिए। अपनी लघु कथा में लेखिका उद्देश्य को स्पष्ट करने में पूर्णता सफल रही है। 

2. विशेषज्ञों ने भ्रष्टाचार खत्म करने के क्या-क्या उपाय बताएं?
उत्तर -विशेषज्ञों ने भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए एक योजना तैयार की जिसके अनुसार व्यवस्था में बहुत परिवर्तन करने होंगे। एक तो भ्रष्टाचार के मौके मिटाने होंगे। उन्होंने ठेका प्रथा को समाप्त करने के लिए कहा क्योंकि यदि ठीक का है तो ठेकेदार है ठेकेदार है तो अधिकारियों को घूस है ,फिका मिट जाए तो उनकी घूस भी मिट जाएगी। हमें यह भी पता लगाना होगा कि आदमी किन कारणों से घूस लेता है ताकि उन कारणों को भी समाप्त किया जा सके। 

3. दिवाकर बेंच में बैठकर क्या सोच रहा था ?
उत्तर -जिस समय सभी बच्चे गार्डन में खेल कूद रहे थे। झूला झूल रहे थे। वहीं पास में एक बेंच पर बैठकर अपनी पुरानी यादों में खोया हुआ था। उसे याद आता है कि 2 साल पहले जब वह अपनी बड़ी मौसी के घर दिल्ली गया था तब उसे वहां फन सिटी में कितना मजा आया था। उस समय फन सिटी में कितना खेला कूदा था। वहां उसने खूब मस्ती की थी। यही सब विचार ,यादें उसके दिमाग में घूम रही थी। 

 भाग- ग :

निम्नलिखित गद्यांश पंजाबी का हिंदी में अनुवाद कीजिए:-

ਜੀਵਨ ਵਿਚ ਮੇਹਨਤ ਦਾ ਬਹੁਤ ਮਹੱਤਵ ਹੈ। ਮੇਹਨਤੀ ਵਿਅਕਤੀ ਜੇ ਦ੍ਰਿੜ ਸੰਕਲਪੀ ਵੀ ਹੋਵੇ ਤਾਂ ਉਹ ਕਈ ਵਾਰੀ ਅਜਿਹੇ ਕੰਮ ਵੀ ਕਰ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ਕਿ ਆਮ ਇਨਸਾਨ ਨੂੰ ਅਸੰਭਵ ਲੱਗਦੇ ਹਨ 

जीवन में मेहनत का बहुत महत्व है। एक मेहनती व्यक्ति, चाहे कितना भी दृढ़ निश्चयी क्यों न हो, कभी-कभी ऐसे काम करता है जो आम आदमी को असंभव लगता है।

भाग -घ 

5.कक्षा की समस्याओंको हल करनेकेसम्बन्ध में अपने विद्यालय के प्रधानाचाययको प्रार्यना पत्र लखिए।
                                               अथवा
 दिल्ली के समाचार पत्र आज की बात के मुख्य संपादक के नाम पत्र लिखकर अपने क्षेत्र में चल रही जुआखोरी की जानकारी दीजिए

कक्षा की समस्याओंको हल करनेकेसम्बन्ध में अपने विद्यालय के प्रधानाचाययको प्रार्यना पत्र लखिए।

सेवा मे 
प्राथनाचार्य
सरकारी हाई स्कूल 
मेरठ 
दिनांक  : 25 . 05 2022 
विषय : कक्षा की समस्याएं हल करने हेतु प्रार्थना पत्र। 
माननीय महोदय,
सविनय निवेदन यह है कि मैं दसवीं कक्षा का मॉनिटर होने के नाते आपका ध्यान अपनी कक्षा की कुछ समस्याएं की ओर ले जाना चाहता हूं। हमारी कक्षा में 2 पंखे लगे हुए हैं जिनमें से केवल एक ही पंखा चलता है। अन्य कक्षाओं में चार चार पंखे लगे हुए हैं। आजकल गर्मी इतनी बढ़ गई है कि एक पंखे के सहारे सारी कक्षा का कमरे में बैठना दूभर हो गया है। इसके अतिरिक्त ब्लैक बोर्ड की मरम्मत व फिट होने वाला है तथा 3 ट्यूब लाइट फ्यूज होने के कारण नहीं लगवाने वाली है। 
अंततः आपसे विनती की जाती है हमारी कक्षा की इन समस्याओं को हल करवाने की ओर ध्यान दीजिए। हमारी सारी कक्षा आपकी बहुत आभारी होगी। 
आपका आज्ञाकारी शिष्य
मनिंदर सिंह
मॉनिटर
कक्षा दसवीं
रोल नंबर 25 

6.निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर 100 शब्दों में अनुच्छेद लिखिए

1. अपने नए घर में प्रवेश
2. विद्यार्थी और अनुशासन
3. कोचिंग संस्थानों का बढ़ता जंजाल

1 अपने नए घर में प्रवेश

मैंने बचपन में एक सपना देखा था कि हमारा नया घर होगा जिसमें हम सपरिवार खुशी से रहेंगे। मेरा यह सपना गत सप्ताह पूर्ण हुआ। पिछले सप्ताह ही हमारा नया घर बनकर तैयार हुआ जिसमें घर के अनुरूप नए पर्दै, फर्नीचर आदि लगवाया गया। सोमवार को हमारा गृह-प्रवेश था जिसमें हमने अपने सभी मित्रों, रिश्तेदारों और पड़ोसियों को सादर आमंत्रित किया था। इस अवसर पर सुबह सात बजे ही पंडित जी ने पूजा विधान का कार्यक्रम आरंभ कर दिया। इसके बाद हवन-यज्ञ किया गया जिसमें परिवार के सभी लोग सम्मिलित हुए। पंडित जी ने नारियल फोड़कर परिवार से गृहप्रवेश करवाया। पूजा-विधान के पश्चात् दोपहर के भोजन का प्रबंध किया गया था। हमारे सभी मित्रों, रिश्तेदारों और पड़ोसियों ने आनंदपूर्वक भोजन किया और जाते समय सभी ने गृह-प्रवेश पर लाखों बधाइयां दी। हमने सपरिवार सभी मेहमानों का धन्यवाद किया। वास्तव में नए गृह-प्रवेश के अवसर पर हम सब बहुत उत्साहित थे।

2  विद्यार्थी और अनुशासन

विद्यार्थी और अनुशासन एक-दूसरे के पूरक हैं। यूं कहें कि अनुशासन ही विद्यार्थी जीवन की नींव है। विद्यार्थी जीवन में अनुशासन का बहुत महत्त्व है। अनुशासित विद्यार्थी ही सफलता की ऊंचाई को छूने में सफल होता है जो विद्यार्थी अपने जीवन में अनुशासन को नहीं अपनाता वह कभी भी सफल नहीं होता बल्कि अपने जीवन को ही बर्बाद कर लेता है। बिना अनुशासन के विद्यार्थी जीवन कटी-पतंग के समान होता है जिसका कोई लक्ष्य नहीं होता। जो विद्यार्थी अपने विद्यालय के प्रांगण में रहकर प्रतिक्षण अनुशासन का पालन करता है। अपने शिक्षकों का आदर करता है और इतना ही नहीं जीवन में हर पल नियमों-अनुशासन में बंधकर चलता है ; वह कदापि निष्फल नहीं हो सकता। सफलता उसके कदम अवश्य ही चूमती है। इसलिए विद्यार्थी को कभी भी अनुशासन भंग नहीं करना चाहिए बल्कि सदैव अनुशासन का पालन करना चाहिए। एक अनुशासित विद्यार्थी ही राष्ट्र का आदर्श नागरिक बनता है और देश के चहुंमुखी विकास में अपना योगदान देता है।

ਸਰਕਾਰੀ ਨੌਕਰੀਆਂ ਦੀ ਜਾਣਕਾਰੀ

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